कंबलों की आस में भटक रहे जरूरतमंद
- तहसील मुख्यालय पर अभी तक नहीं हुआ कंबलों का वितरण
- जरूरतमंद काट रहे तहसील के चक्कर, नहीं मिल रहे कंबल
कैराना। गरीब व असहाय लोगों को कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए भले ही सरकार कंबलों पर लाखों खर्च करती हो, लेकिन हकीकत यह है कि जरूरतमंदों को समय पर इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। तहसील मुख्यालय की बात करें, तो यहां अभी तक कंबलों का वितरण नहीं हुआ है। इस वजह से जरूरतमंद तहसील के चक्कर काटने को विवश हैं।
जनवरी में कड़ाके की ठंड ने गरीब व असहाय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में उन लोगों को कुछ मदद की आस प्रशासन से जगी है। हर वर्ष शासन से आने वाले कंबलों का प्रशासन द्वारा वितरण किया जाता था, लेकिन इस बार वितरण न होने के कारण जरूरतमंदों को तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ठंड के बीच कई बार तहसील में जाने के बावजूद भी जरूरतमंदों को कंबल नहीं मिल पा रहे हैं। उन्हें रात में ठिठुरना पड़ रहा है। लेकिन, इस ओर जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
गांवों में हुई कंबलों की बंदरबांट
प्रशासन ने जो कंबल आए थे, उनका वितरण गा्रम प्रधानों से गांवों में कराया गया है। गांवों में कंबलों के वितरण में प्रधानों द्वारा पक्षपात किया गया है। कई जरूरतमंद इससे वंचित हैं।
कंबल आने पर होगा वितरण: तहसीलदार
तहसीलदार रनबीर सिंह बताते हैं कि शासन की ओर से जरूरतमंदों को वितरण के लिए एक हजार कंबल प्राप्त हुए थे, जिन्हें वितरण के लिए गांव-दर-गांव भिजवाकर ग्राम प्रधानों से वितरण करा दिया गया है। जबकि जरूरत को देखते हुए शासन से दो हजार और कंबलों की मांग की गई है। कंबल प्राप्त होने के बाद उनका वितरण किया जाएगा।