शामली: तहसीलदार ने हटवाई लेखपाल भवन से अधिवक्ताओं की कुर्सी-मेज
शामली। ऊन तहसील परिसर में अधिवक्ताओं और लेखपालों में विवाद हो गया। लेखपालों का आरोप है कि लेखपाल भवन के लिए आरक्षित जगह पर अधिवक्ताओं ने अपनी कुर्सी मेज डालकर काम शुरू कर दिया। लेखपाल और संग्रह अमीनों ने तहसीलदार से शिकायत की। तहसीलदार ने अधिवक्ताओं की कुर्सी मेज लेखपाल भवन के लिए आवंटित भूमि से हटवाकर बाहर रखवा दी। बाद में लेखपाल व संग्रह अमीनों ने बैठक कर अधिवक्ताओं के गैर न्यायिक कार्यो के बहिष्कार की घोषणा की। उन्होंने अधिवक्ताओं पर दबाव बनाकर काम कराने का भी आरोप लगाया है। इससे अधिवक्ता व लेखपाल-अमीन आमने-सामने आ गए हैं।
ऊन तहसील में संग्रह अमीनों और लेखपालों के लिए एक भवन निर्माण को जगह आवंटित की गई है। आरोप है कि इस भूमि पर गुरुवार सुबह अधिवक्ताओं ने कुर्सी मेज डालकर काम शुरू कर दिया। इसकी भनक जैसे ही लेखपाल व संग्रह अमीनों को लगी, उन्होंने विरोध जताया। अधिवक्ताओं ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इस पर लेखपाल व संग्रह अमीन एकत्र होकर तहसीलदार अजय कुमार के पास पहुंचे। तहसीलदार तहसील कर्मियों व लेखपालों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिवक्ताओं की कुर्सी मेज अधिवक्ताओं के लिए आवंटित स्थान पर वापस रखवा दी। इसके बाद उन्होंने लेखपाल भवन के लिए आवंटित जमीन के गेट का ताला लगवा दिया। बाद में तहसील के लेखपालों व संग्रह अमीनों की एक मीटिग हुई। इसमें अधिवक्ताओं के व्यवहार की निदा की गयी। तय किया गया कि सभी लेखपाल व संग्रह अमीन अधिवक्ताओं के समस्त गैर न्यायिक कार्यो का बहिष्कार करेंगे। लेखपालों ने अधिवक्ताओं पर आरोप लगाया कि तहसील ऊन के अधिवक्ता विभिन्न कार्यो (जैसे नकल खसरा, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, सामान्य निवास प्रमाण पत्र आदि) में हस्तक्षेप करते हैं एवं उन पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में तहसील ऊन के सभी लेखपाल एवं संग्रह अमीन शामिल रहे।
इस मामले में बार संघ के अध्यक्ष सत्यवीर सिंह ने कहा कि लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह निराधार हैं। तहसील प्रशासन ने अधिवक्ताओं का सामान जबरदस्ती बाहर फेंक दिया। इससे सारा सामान टूट गया।