उत्तराखंड में ए.आई. एम. आई. एम.का गठन, डाक्टर नैयर काज़मी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दी गयी ज़िम्मेदारी
रिपोर्ट- ज़ीशान काज़मी
शामली। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) का विधिवत गठन किया गया, जिसकी शुरुआत जनपद हरिद्वार के शहर रुड़की वेंकट हॉल में हुई सभा में पार्टी की सदस्यता अभियान से हुआ।एआई एमआईएम के यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि सियासी ताकत ही प्राप्त करके आगे बढ़ा जा सकता है।जब तक राजनीति में अधिक से अधिक भागीदारी नहीं होगी तब तक किसी भी समाज के लिए आगे बढ़ना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड में पार्टी के गठन की मंजूरी दी है,जिसमें पार्टी के गठन को लेकर मुख्य अतिथि के रूप में मुझे यहां आमंत्रित किया गया तथा यहां वह उत्तराखंड के प्रसिद्ध समाजसेवी,युवा राजनीतिज्ञ डॉक्टर नैयर आजम काजमी को पार्टी का उत्तराखंड प्रमुख की जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी प्रमुख के आदेश पर उत्तराखंड में आए हैं।उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक पार्टियों का अपना महत्व है जिसे प्राप्त करके ही नागरिकता कानून एनसीआर एनपीआर लाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि संविधान को बचाने के लिए इसका विरोध जरूरी है तथा मुस्लिमों को आज तक सभी पार्टियों ने छला है।लंबे समय तक देश में काग्रेस का राज रहा,लेकिन कांग्रेस ने हमेशा ही मुस्लिमों को धोखा दिया है।आज देश में हमें जहां शक की नजर से देखा जा रहा है,।इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ नैयर आजम काजमी ने कहा कि पार्टी प्रमुख संविधान की गरिमा को बचाने का काम कर रहे हैं तथा नागरिकता कानून को लेकर देश के लोगों में जागरूकता लाने का कार्य पार्टी प्रमुख कर रहे हैं।यह कानून मजहब के आधार पर तैयार किया गया है तथा हमारी लड़ाई इंसानियत की बुनियाद पर है।इस दौरान कार्यक्रम में आए अतिथि का फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।
इस मौके पर हाजी लुकमान कुरेशी,अब्दुल रहमान,कारी नईम अहमद, हाजी महबूब कुरेशी,महबूब मलिक,रहमान बाबू,मौलाना मोहसिन अली,नसीम अंसारी,मेहंदी हसन, कल्याण सिंह,इमरान ख़ालिद काज़मी, तबरेज़ काज़मी डाक्टर आबिद, हाशमी,नेत्रपाल बौद्ध,वीरेंद्र सिंह,मुजीब उर रहमान, मोहम्मद आरिफ,कारी जावेद,मोहम्मद इकराम, मोहम्मद आसिफ,मौलाना एजाज अहमद,मौलाना दाऊद काजमी,अहमद काज़मी, आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।